Navi Mumbai Police ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 24 अभिभावकों पर FIR दर्ज की है, जिन्होंने अपने बच्चों को RTE (शिक्षा का अधिकार अधिनियम) के तहत 25% कोटा में दाखिला दिलाने के लिए RTE Admission Fake Address जमा किए थे।
यह शिकायत 3 जुलाई को Sita ram mohite, जो पंचायत समिति में शिक्षा अधिकारी और RTE सत्यापन समिति के अध्यक्ष हैं, द्वारा दर्ज कराई गई थी।
यह मामला तब सामने आया जब पंवेल तालुका पंचायत समिति ने सभी प्राइवेट और गैर-वित्तपोषित स्कूलों को निर्देश दिया कि वे RTE कोटे के तहत चुने गए छात्रों के पते की जांच करें।
विवेकज्योति हाई स्कूल, विगबोर हाई स्कूल और रामशेठ ठाकुर पब्लिक स्कूल जैसी संस्थाओं में जांच के दौरान यह पता चला कि 24 अभिभावक जिन पतों को दस्तावेजों में दिखा रहे थे, वे वहां रहते ही नहीं थे।

RTE क्या है? (What is RTE Act?)
भारत सरकार द्वारा लागू RTE Act 2009 के तहत, प्राइवेट स्कूलों में 25% सीटें आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) के लिए आरक्षित होती हैं।
इन admissions में 1 किलोमीटर के भीतर रहने वाले बच्चों को प्राथमिकता दी जाती है।
इसी नियम का फायदा उठाने के लिए कई parents ने fake address proof प्रस्तुत किए
FIR Details – कौन हैं जिम्मेदार?
FIR दर्ज की गई है Sitaram Rama Mohite की शिकायत पर, जो कि Education Officer हैं और RTE Verification Committee के अध्यक्ष भी हैं।
यह शिकायत 3 जुलाई को दर्ज की गई थी।
आरोपियों पर धोखाधड़ी, जालसाजी, और फर्जी दस्तावेज जमा करने की धाराएं लगाई गई हैं।
RTE Admission Fake Address कैसे सामने आया फर्जीवाड़ा?
Panvel Taluka की Panchayat Samiti ने 25 मार्च को सभी private unaided schools को निर्देश दिए थे कि वे admission लेने वाले छात्रों के address proof को verify करें।
इस दौरान, Vishwajyot High School, Wigbor High School, और Ramsheth Thakur Public School जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं की रिपोर्ट से सामने आया कि 24 parents द्वारा दिए गए पते झूठे या मनगढ़ंत थे।